"जब तक न्याय नस्ल से परे जाकर नहीं मिलता, जब तक शिक्षा नस्ल से अनजान नहीं होती, जब तक अवसरों का इंसानी चमड़े के रंग से सरोकार नहीं टूटता,तब तक 'मुक्ति' सिर्फ घोषणा है,तथ्य नहीं".
Lyndon B. Johnson,अमेरिका के 36वें राष्ट्रपति
जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की हत्या करने वाले मिनेसोटा राज्य के मिनीपोलिस पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन(Derek Chauvin) को सेकंड डिग्री मर्डर का दोषी पाते हुए 22 साल और 6 महीने की सजा सुनाई गई है.इस तरह उस नस्लीय हत्या की न्यायिक प्रक्रिया का पहला चरण पूरा हुआ जिसने अमेरिकी पुलिसिंग और अब भी मौजूद नस्लवाद के मुद्दे को वैश्विक सुर्खियों में लाने का काम किया था.
फ्लॉयड परिवार के वकील ने चाउविन के लिए 30 साल की सजा की मांग की थी.मिनेसोटा सेंटेंसिंग गाइडलाइंस के मुताबिक चाउविन को अधिकतम 12.5 साल की सजा हो सकती थी क्योंकि उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं था. इसके बावजूद जुर्म की संगीनता को देखते हुए जज का चाउविन को 22.5 साल कैद की सजा सुनाना अमेरिकी ब्लैक कम्युनिटी का न्याय तंत्र में भरोसा बढ़ायेगा.
लेकिन फैसले से एक ही दिन पहले न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में जॉर्ज फ्लॉयड के मेमोरियल को व्हाइट नेशनलिस्ट ग्रुप ने नुकसान पहुंचाते हुए उस पर काला रंग पोत दिया था.इस स्थिति में क्या यह भरोसा बना रहेगा?
'ब्लैक लाइव्स मैटर': फ्लॉयड की हत्या ने दिया आंदोलन को जन्म
25 मई 2020 को पुलिस हिरासत में फ्लॉयड की क्रूर मौत का वीडियो जब वायरल हुआ तो दुनिया भर के देशों ने अपने इतिहास के कुछ सबसे बड़े 'ब्लैक लाइव्स मैटर' विरोध प्रदर्शन देखे. यह आंदोलन महाद्वीपों,संस्कृतियों को पार कर गया. अश्वेत एक्टिविस्टों ने फ्लॉयड की हत्या को असहिष्णुता और अन्याय के प्रतीक के रूप में देखा, जैसा वो खुद अपने देश में सामना करते हैं. कुछ देशों में अपने 'जॉर्ज फ्लॉयड' के उदाहरण मौजूद हैं जहां एक अश्वेत को पुलिस क्रूरता या नस्लीय हिंसा में मार डाला गया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के अनुसार जब उन्होंने जॉर्ज फ्लॉयड की बेटी जियाना से मुलाकात की तो उसने कहा "डैडी ने दुनिया को बदल दिया है". 'ब्लैक लाइव्स मैटर' का पूरे विश्व में प्रसार इस बात की पुष्टि भी करता है.यूनाइटेड किंगडम, न्यूजीलैंड , फ्रांस, कोलंबिया समेत विश्व के विभिन्न देशों में पिछले 1 साल में नस्लीय समानता के लिए विशाल विरोध प्रदर्शन हुए हैं.
हाल में ब्रिटेन के राजपरिवार पर भी नस्लीय होने का आरोप लगा, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने टुस्ला नरसंहार स्थल पहुंचकर 100 साल पुराने नस्लीय हिंसा के पीड़ितों को श्रद्धांजलि दिया और 'ब्लैक लाइव्स मैटर' आंदोलन के कारण भी पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप को सत्ता से बाहर जाना पड़ा.
ट्रंप के हारने का एक कारण यह आंदोलन भी
ब्रैंडन टेंसले,नेशनल पॉलीटिकल राइटर(CNN) के अनुसार "आमतौर पर अमेरिकी चुनाव में अश्वेत मतदाता अधिक संख्या में भाग लेते हैं लेकिन इस बार हमने उसमें और विस्तार देखा. अश्वेत मतदाता इस बारे में बहुत स्पष्ट थे कि इस चुनाव में उनका क्या दांव पर लगा है. अश्वेत पुरुषों और अश्वेत महिलाओं, दोनों के विशाल बहुमत ने राष्ट्रपति ट्रंप को व्हाइट हाउस से बेदखल करने के लिए मतदान किया".
"मुझे लगता है कि अश्वेत मतदाताओं ने अपने वोट को विरोध के टूल के रूप में देखा. इस बार अश्वेत मतदाताओं ने सड़कों पर विरोध (ब्लैक लाइव्स मैटर प्रोटेस्ट) और चुनाव में विरोध के बीच सीधा संबंध देखा था"ब्रैंडन टेंसले,नेशनल पॉलीटिकल राइटर(CNN)
270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट के बहुमत वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप को मात्र 232 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले. जबकि बाइडेन को 306. कई ऐसे रिपब्लिकन गढ़ वाले स्टेट थे जहां अश्वेत मतदाताओं के कारण डेमोक्रेट को जीत मिली है. इसमें सबसे महत्वपूर्ण एरीजोना स्टेट के 11 वोट थें जिन पर 49.4% वोट के साथ बाइडेन ने बाजी मारी.
न्याय मिलने के साथ न्याय मिलता हुआ दिखना भी जरूरी है. इस केस में करीब एक साल में सजा सुना दी गई. इतनी जल्दी कार्यवाही भी अपने आप में एक स्टेटमेंट है.
जॉर्ज फ्लॉयड केस :कब-कब क्या हुआ
25 मई 2020- शाम 8:00 बजे के आसपास $20 के नकली नोट की आशंका पर मिनीपोलिस पुलिस को कॉल आता है और वहां पहुंचकर ऑफिसर चाउविन ने जॉर्ज फ्लॉयड के गर्दन को 9 मिनट से अधिक समय तक घुटने से दबाये रखा. मरने के पहले फ्लॉयड चिल्लाता रहा "मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं".
26 मई 2020-पुलिस ने आधिकारिक बयान जारी करके कहा कि फ्लॉयड की मौत 'मेडिकल घटना' थी.कुछ ही मिनट बाद घटना का वीडियो ऑनलाइन पोस्ट हो गया. पुलिस ने फिर से बयान जारी करके कहा कि "अब मामले की जांच FBI करेगी और चाउविन तथा तीन अन्य अफसरों को सस्पेंड कर दिया गया है". इसके बाद विरोध प्रदर्शन शुरू.
27 मई 2020-मेयर जैकब फ्रे ने चाउविन पर क्रिमिनल चार्ज लगाने की मांग की.मिनीपोलिस में विरोध प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया और लूटपाट शुरू हो गई .
29 मई 2020- चाउविन गिरफ्तार और उस पर थर्ड डिग्री मर्डर का आरोप. राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों को अपने ट्वीट में 'ठग्स' कहा.
3 जून 2020- अटॉर्नी जनरल जॉर्ज कीथ एलिसन ने चाउविन और अन्य तीन अफसरों पर सेकंड डिग्री मर्डर का चार्ज लगा दिया.
4 जून 2020- मिनीपोलिस में फ्लॉयड की फ्यूनरल सभा रखी गई.
8 जून 2020- हस्टन में फ्लॉयड को हजारों लोगों ने श्रद्धांजलि दी. अगले दिन उन्हें दफनाया गया.
21 जुलाई 2020- मिनेसोटा की विधायिका ने पुलिस की जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कानून पास किया. अब गर्दन से पकड़कर नियंत्रित करना बैन.
7 अक्टूबर 2020- चाउविन एक मिलियन डॉलर बॉन्ड भरकर स्टेट जेल से रिहा. आगे विरोध और तेज हुआ.
12 जनवरी 2021- जज पीटर ने कहा कि कोर्टरूम की क्षमता देखते हुए चाउविन की सुनवाई अकेले होगी. बाकी तीन अफसरों की सुनवाई अगस्त 2021 में.
12 मार्च 2021- मिनीपोलिस ने फ्लॉयड के परिवार को 27 मिलियन डॉलर सेटलमेंट देने का प्रस्ताव रखा.
23 मार्च 202- सुनवाई के लिए 12 ज्यूरी मेंबर का चुनाव संपन्न.
29 मार्च 2021-ओपनिंग स्टेटमेंट दर्ज किया गया.
15 अप्रैल 2021-गवाही की प्रक्रिया समाप्त
20 अप्रैल 2021- ज्यूरी ने चाउविन को हत्या और मैनस्लॉटर के आरोप के लिए दोषी माना.
25 जून 2021- जज पीटर ने चाउविन को 22.5 साल की सजा सुनाई.
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