वॉइस ओवर: नमन मिश्र, आकांक्षा सिंह और वैभव पलनीटकर
कुछ महीने पहले स्कूल और कॉलेज के एग्जाम्स की बात चल रही थी. तमाम बहस के बाद इन पर फैसला लिया गया और परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया. लेकिन अब यही चर्चा मेडिकल और इंजीनियरिंग के एंट्रेंस एग्जाम यानी JEE और NEET को लेकर चल रही है. तमाम नेता, फिल्मी जगत के लोग और विदेशों से इन एग्जाम्स का विरोध हो रहा है. कहा जा रहा है कि कोरोना महामारी के बीच होने वाली इन परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित किया जाना चाहिए.
परीक्षाओं को लेकर डर का एक कारण ये भी है कि भारत में लगातार कोरोना मामले बढ़ रहे हैं, रोजाना 50 से 60 हजार तक नए केस सामने आ रहे हैं. ऐसे में पेरेंट्स को ये चिंता है कि परीक्षा के दौरान अगर उनके बच्चे संक्रमित होते हैं तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी? किसी भी एक हॉल में परीक्षा दे रहे छात्रों में तेजी से संक्रमण फैलने का कितना खतरा है? क्या इन परीक्षाओं के कोई दूसरे विकल्प हो सकते हैं और परीक्षाओं को आखिर क्यों नहीं टाला जा सकता है.
इसी मुद्दे पर सुनिए आज का बिग स्टोरी पॉडकास्ट .
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)