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राहुल की खराब फॉर्म से नाखुश गांगुली-लक्ष्मण, कहा- अब तक नाकाम रहे

केएल राहुल ने 2018 से अब तक सिर्फ 1 शतक लगाया है

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भारतीय टेस्ट टीम के ओपनर केएल राहुल अपने खराब प्रदर्शन के कारण लगातार निशाने पर हैं. अभी तक फैंस ने उनके प्रदर्शन पर सवाल उठाए, तो अब भारतीय क्रिकेट 2 बड़े दिग्गज सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण ने राहुल की खराब फॉर्म पर निराशा जताई है.

पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने तो यहां तक कहा कि अब राहुल उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए. इसलिए अब रोहित शर्मा को ओपनिंग में आजमाया जाना चाहिए.

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राहुल ने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुई 2 मैचों की सीरीज में 4 पारियों में सिर्फ 101 रन बनाए. इस दौरान वो एक बार भी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए. राहुल की खराब फॉर्म पिछले करीब डेढ़ साल से जारी है. 2018 में भी राहुल ने सिर्फ 1 शतक और 1 अर्धशतक लगाया था.

राहुल नाकाम, रोहित को मिले मौकाः गांगुली

राहुल की नाकामी पर पूर्व भारतीय कप्तान गांगुली ने अपने कॉलम में लिखा-

"ओपनिंग एक ऐसा विभाग है जिसमें अभी भी कुछ काम करने की जरूरत है. मयंक अग्रवाल अच्छे दिखे हैं और उन्हें अपना खेल दिखाने के लिए कुछ और मौके चाहिए होंगे. लेकिन उनके साथी बल्लेबाज की तलाश करने की जरूरत है. केएल राहुल अपनी क्षमता के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए. ऐसे में ओपनिंग में जगह बनती है."

गांगुली का मानना है कि वनडे टीम के उप-कप्तान और ओपनर रोहित शर्मा को यहां मौका दिया जाना चाहिए. गांगुली के मुताबिक रोहित जैसे खिलाड़ी को ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता.

"मैंने पहले भी कहा था कि रोहित को टेस्ट में ओपनर के तौर पर आजमाया जा सकता है और अभी भी मानता हूं कि उन्हें मौका दिये जाने की जरूरत है क्योंकि वो एक बेहतरीन बल्लेबाज है और उन्हें ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता."
सौरव गांगुली

इसके साथ ही गांगुली ने कहा कि मिडिल ऑर्डर में अजिंक्य रहाणे और हनुमा विहारी बेहतर दिखे हैं और वहां छेड़छाड़ सही नहीं होगी.

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केएल राहुल अब नए खिलाड़ी नहींः लक्ष्मण

वहीं एक वक्त टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर की जान रहे वीवीएस लक्ष्मण भी राहुल के प्रदर्शन से खुश नहीं दिखे. अपने कॉलम में लक्ष्मण ने लिखा,

"राहुल की क्षमता पर कोई सवाल नहीं रहा लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अब उन्हें नया खिलाड़ी नहीं कहा सकता. उन्हें खूब सारे मौके दिए गए, लेकिन ज्यादातर मौकों पर वो नाकाम ही साबित हुए हैं. टीम इंडिया को उनसे और बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है."

भारतीय टेस्ट टीम में पिछले एक साल से भी ज्यादा वक्त से ओपनर बल्लेबाजों की परेशानी बनी हुई है. मुरली विजय और शिखर धवन की खराब फॉर्म के बाद युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को आजमाया गया. शॉ ने प्रभावित भी किया लेकिन चोट के कारण वो काफी वक्त टीम से बाहर रहे.

मयंक अग्रवाल ने शुरुआती 2 मैचों में तो प्रभावित किया लेकिन वेस्टइंडीज में उन्होंने भी निराश किया. हालांकि अग्रवाल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए हैं और उन्हें और मौके मिलना तय है लेकिन राहुल के लिए फिलहाल स्थिति सही नहीं है.

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