चुनाव ट्रैकर के नौवें एपिसोड में हम एक बार फिर आपके सामने हैं, तो तैयार हो जाइए आज के चुनावी डोज के लिए.
चौथे फेज की वोटिंग
वोटिंग के लिए बची हुई 240 सीटों में 75% पर बीजेपी-एनडीए का कब्जा था. बीजेपी कितनी सीटें बचा पाती है ये समझने वाली बात है. क्योंकि आज की 72 सीटों में से 56 एनडीए के पास है. बीजेपी के पास 54 और 2 सीट सहयोगियों के पास हैं. बीजेपी के लिए इन सीटों को अपने पास रख पाना चुनौती है. इसके पहले के फेज में बीजेपी की मौजूदगी ज्यादा नहीं थी. जहां मौजूद थी वहां भी नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इसीलिए बीजेपी का अब प्रचार- प्रसार और बाकी चीजों पर ध्यान बढ़ गया है.
वाराणसी में नया दंगल
वाराणसी में समाजवादी पार्टी ने शालिनी यादव की उम्मीदवारी वापस ले ली. एसपी- बीएसपी ने मिलकर बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर यादव को समर्थन देने का फैसला किया है. तेज बहादुर वहां निर्दलीय नामांकन दाखिल कर चुके हैं. ये वही तेज बहादुर हैं, जिन्होंने साल 2017 में फेसबुक वीडियो डालकर सेना में जवानों को कथित तौर पर मिलने वाले घटिया क्वालिटी के खाने को लेकर आवाज उठाई थी. जिसके बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था.
वहीं फूलपुर उपचुनाव से और ज्यादा चर्चा में आए अतीक अहमद वाराणसी में इस बार किस्मत आजमाने उतरे हैं. शायद इस उम्मीद में कि मुस्लिम वोट ले पाएं. इसलिए इस बार वाराणसी का चुनाव कई वजहों से चर्चा में रहने वाला है.
168 सीटों पर अभी चुनाव होने हैं. अधिकांश वही सीटें हैं जहां बीजेपी का दबदबा है जैसे बिहार, यूपी. पश्चिम बंगाल में फिलहाल बीजेपी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है. ओडिशा, महाराष्ट्र, झारखंड की कुछ सीटें भी बची हुईं हैं. मध्यप्रदेश, राजस्थान में वोटिंग होनी है.
बंगाल का चुनाव आज चर्चा में रहा. आसनसोल सीट पर बवाल हो गया. चुनाव आयोग ने यहां से बीजेपी उम्मीदवार बाबुल सुप्रियो के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं. सुप्रियो पर मतदान के दौरान बूथ संख्या 199 में कथित तौर पर हंगामा करने और एक पोलिंग एजेंट और एक अधिकारी को धमकी देने का आरोप लगा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)