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Recap : भगत सिंह, हिजाब विवाद और कश्मीर फाइल्स से जुड़े भ्रामक दावों का सच

इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए भ्रामक दावे और उनका सच

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देश - दुनिया की बड़ी खबरें जहां होती हैं, वहां इन घटनाओं से जुड़ी अफवाहों भी सिर उठाने लगती हैं. कुछ ऐसा ही ये हफ्ता भी रहा. योगी आदित्यनाथ ने 25 मार्च को उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, लेकिन उनकी शपथ से पहले हफ्ते भर सोशल मीडिया पर योगी मंत्रीमंडल की फर्जी लिस्ट वायरल होती रहीं.

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रूस-यूक्रेन युद्ध से जुड़ी अफवाहों का सिलसिला भी जारी है. 23 मार्च को शहीद दिवस मनाया गया, इस दिन भगत सिंह को फांसी हुई थी. ये गलत दावा भी किया गया कि महात्मा गांधी ने भगत सिंह की फांसी रुकवाने के लिए कुछ नहीं किया था. क्विंट की वेबकूफ टीम ने इन सभी दावों की पड़ताल की है, एक नजर में जानिए सभी का सच.

1. युद्ध में मारे गए रूसी सैनिकों के लिए खोदी गई कब्रों का है ये वीडियो? 

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक शख्स कार चलाते दिख रहा है. जिस इलाके में वो कार चला रहा है वहां खोदी गई जमीन और कब्रें दिख रही हैं.चलती गाड़ी से बनाया गया ये वीडियो इस दावे से शेयर किया जा रहा है कि रूसी सरकार ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में मारे गए अपने सैनिकों के लिए ये कब्रें खोदी हैं.

स्पेन में अफ्रीकी प्रवासियों की फोटो यूक्रेन की बता गलत दावे से वायरलये वीडियो 2021 का है यानी यूक्रेन में चल रहे संघर्ष से पहले का है. वीडियो में दिख रही इन कब्रों को सर्दियां शुरू होने से पहले रूस के सुर्गुत में खोदा गया था, क्योंकि सर्दियों में जमीन को खोदना मुश्किल हो जाता है.


पूरी पड़ताल यहां देखें2.

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2. भगत सिंह की फांसी रुकवाने के लिए महात्मा गांधी ने नहीं की कोशिश?

23 मार्च 1931 को शहीद-ए-आजम भगत सिंह को फांसी दी गई थी. भगत सिंह की फांसी को लेकर एक दावा हमेशा से किया जाता रहा है कि महात्मा गांधी ने उनकी फांसी रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किया. इस साल भी 23 मार्च को ये दावा किया गया.

हालांकि, ये सच नहीं है, ऐसे कई दस्तावेज सार्वजनिक हो चुके हैं जिनसे पुष्टि होती है कि महात्मा गांधी ने ब्रिटिश हुकूमत से एक नहीं कई बार भगत सिंह की फांसी रुकवाने का आग्रह किया था.

ऐतिहासिक दस्तावेजों से पता चलता है कि गांधी ने वाइसरॉय लॉर्ड इरविन से न सिर्फ दो बार भगत सिंह की फांसी स्थगित करने का आग्रह किया. बल्कि 23 मार्च, 1931 को एक पत्र लिखकर फांसी पर एक बार फिर विचार करने को भी कहा था.

पूरी पड़ताल यहां देखें

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3. 'द कश्मीर फाइल्स' देखकर महिला ने की मुस्लिम शख्स की पिटाई?

सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में एक महिला ट्रेन में एक मुस्लिम शख्स की पिटाई करते हुए और उसे जान से मारने की धमकी देते नजर आ रही है. वीडियो को 'द कश्मीर फाइल्स' से जोड़कर हाल का बता शेयर किया जा रहा है.

ये वीडियो 2021 का है. तब एक हिंदुत्व से जुड़े संगठन की एक महिला नेता ने मुस्लिम शख्स को कथित तौर पर ट्रेन में उसे धक्का देने के आरोप में पीटा था.

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4. बॉम्बे HC ने दिया स्कूल में हिजाब पहनने के पक्ष में फैसला?

सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज में ये दावा किया गया कि बॉम्बे हाईकोर्ट ने कर्नाटक हिजाब विवाद के बीच छात्राओं को स्कूल में हिजाब पहनने की अनुमति दी है और कहा है कि ऐसा करने से छात्राओं को स्कूल प्रबंधन नहीं रोक सकता.

हमारी पड़ताल में सामने आया कि हाल में बॉम्बे हाईकोर्ट की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं आया है. बॉम्बे हाईकोर्ट और हिजाब से जुड़े कीवर्ड सर्च करने पर हमें पता चला कि 2022 में तो नहीं, लेकिन इस अदालत में साल 2018 में स्कूल में हिजाब से जुड़ा एक मामला जरूर आया था.

PTI की 23 मई, 2018 की रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई के श्री साईं होम्यपैथिक कॉलेज की छात्रा फाकेहा बदामी ने Bombay HC में याचिका दायर कर कहा था कि कॉलेज में उसे कम अटेंडेंस का हवाला देकर परीक्षा देने से रोका जा रहा है, जबकि उसकी अटेंडेंस कम इसलिए थी क्योंकि उसे हिजाब की वजह से कक्षा में प्रवेश नहीं दिया गया था.


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5. पाकिस्तान में सिख की पिटाई का है ये वीडियो?

सोशल मीडिया पर दो वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें एक सिख को एक शख्स पीटता दिख रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो पाकिस्तान (Pakistan) का है. एक वीडियो में पीली टी-शर्ट पहने एक शख्स, खून से लथपथ एक सिख को घूंसा और लात मारते देखा जा सकता है और वहां खड़े लोग इस घटना का वीडियो बना रहे हैं. वहीं दूसरे वीडियो में इसी घटना को दूर से दिखाया गया है.

पड़ताल में ये वीडियो पाकिस्तान का नहीं, लुधियाना का निकला. कथित तौर पर इस शख्स की पिटाई फोन चोरी के आरोप में हुई थी.

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