ओमप्रकाश राजभर ने ली बीजेपी पर चुटकी, कहा राष्ट्रवाद सिर्फ चुनावी मुद्दा
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी से विधायक ओमप्रकाश राजभर 'राष्ट्रावाद के मुद्दे को बीजेपी का चुनावी दांव बताया है. उन्होंने बुधवार को बलरामपुर में कहा कि ठीक इसी तरह समाजवादी पार्टी -बीएसपी का गठबंधन भी चुनावी दांव है.
इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को भी निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस, प्रियंका गांधी वाड्रा को राजनीति में लाकर चुनावी दांव ही लगा रही है.
उन्होंने कहा कि अब किसका दांव सटीक बैठता है, इसका पता 23 मई को चलेगा. राष्ट्रवाद के मुद्दे पर चुटकी लेते हुए राजभर ने कहा कि गरीबों को राष्ट्रवाद समझ नहीं आता है. जिस गरीब के पास दो वक्त की रोटी नहीं है, वह राष्ट्रवाद क्या जाने. जब पेट भरा होता है, तभी राष्ट्रवाद दिखाई देता है.
बीजेपी से सीटों के बंटवारे के सवाल पर राजभर ने कहा कि उनकी उत्तर प्रदेश के BJP प्रभारी से मुलाकात हो चुकी है. दो-तीन दिनों के भीतर लोकसभा टिकटों का बंटवारा हो जाएगा.
भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर से मिली प्रियंका
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बुधवार को भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर रावण से मिलने मेरठ के अस्पताल पहुंचीं. इस दौरान उनके साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर भी थे.
इस दौरान प्रियंका ने योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि नौजवान की आवाज दबाई जा रही है. योगी सरकार अहंकारी हो गई है.पत्रकारों के सवाल पर प्रियंका ने कहा कि आप चाहें तो इसका राजनीतिकरण कर सकते हैं, मैं नहीं करूंगी, मुझे इस लड़के का संघर्ष पसंद आया. मैं पहले चंद्रशेखर से मिलूंगी, आप बाहर जाएं.
प्रियंका की चंद्रशेखर से मुलाकात पर सियासत गर्म है.बताया जा रहा है कि प्रियंका ने भीम आर्मी प्रमुख से बंद कमरे में मुलाकात की. अस्पताल पहुंचने पर स्थानीय कांग्रेसियों को भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने हटा दिया. चंद्रशेखर का हालचाल जानने के बाद प्रियंका अपने काफिले के साथ वहां से निकल गईं.
चंद्रशेखर रावण लड़ेंगे नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव
भीम आर्मी के अध्यक्ष चन्द्रशेखर रावण ने लोकसभा चुनाव 2019 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का मन बना लिया है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी को कोई मजबूत प्रत्याशी नहीं मिला तो वो खुद पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे.
उन्होंने बुधवार को सोशल मीडिया पर अपना एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर जम कर निशाना साधा.
चंद्रशेखर ने कहा कि देवबंद में उनकी पदयात्रा योगी के इशारे पर रोकी गई थी. उन्होंने कहा कि उनके पास पदयात्रा की अनुमति थी. लेकिन प्रशासन और सरकार इस बात को लेकर झूठ फैला रहे हैं.
साथ ही रावण ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 15 मार्च को दिल्ली में बहुजन हुंकार रैली है. आप सब इस रैली में आएं और इसे सफल बनाएं. इस रैली को बाधित किये जाने के प्रयास के बारे में रावण ने कहा कि चाहे जो इसे रोकने का प्रयास करे, अब यह रैली रुकेगी नहीं.
पीएम मोदी भी कर रहे महागठबंधन से 'महापरिवर्तन' की अपील: अखिलेश
समाजवादी पार्टी के प्रमुख नेता अखिलेश यादव ने ट्विटर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वोटर जागरूकता अभियान वाले ट्वीट पर फिरकी ली. पीएम के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अखिलेश ने मजे लेते हुए कहा कि लोग ज्यादा से ज्यादा वोट करें और नया प्रधानमंत्री चुने.
खबरों के मुताबिक पीएम मोदी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी, शरद पवार, मायावती, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव, एम.के. स्टालिन को टैग कर एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने इन सभी से लोगों को अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील करने के लिए कहा था.
इसके अलावा अखिलेश ने इस सिलसिले में बीएसपी प्रमुख मायावती से भी मुलाकात की. उन्होंने मायावती से हुई अपनी मीटिंग को लेकर फिर एक ट्वीट किया और बिना पीएम को टैग किये लिखा - आज एक मुलाक़ात ‘महापरिवर्तन’ के लिए...
योगी के अंग्रेजी ट्वीट पर अखिलेश का पलटवार
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में 'बुआ-बबुआ' गठबंधन को लेकर अंग्रेजी में एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने कहा कि इस बार चुनाव में जनता इस महागठबंधन को ठेंगा दिखाएगी.
साथ ही उन्होंने जोड़ देते हुए कहा कि प्रदेश में अब जातिवाद, परिवारवाद और भ्रष्ट्राचार के लिए कोई जगह नहीं है. जनता इससे ऊब चुकी है और प्रदेश के सजग लोग सही फैसला करेंगे.
वहीं समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने योगी के ट्वीट में इस्तेमाल किये गए अंग्रेजी शब्द -'cock-a-snook' का मतलब पूछा.
उन्होंने सीएम योगी को टैग करते हुए पुछा कि मुख्य मंत्री जी हम समझ नहीं सके! आप हिंदी में “cock a snook” का मतलब बता दीजिए या बेहतर यह होगा कि आप इसको कर के दिखा दीजिए ताकि जनता भी समझ जाए उन्हें क्या करना है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)